Friday, September 29, 2023

पेटुनिया फूल एवं पौधे की पूरी जानकारी और देखभाल Petunia Plant Care in Pots in Hindi

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पेटुनिया फूल एवं पौधे की पूरी जानकारी और देखभाल Petunia Plant Care in Pots in Hindi

Petunia Plant Care in Pots in Hindi
Petunia Plant Care in Pots in Hindi

पेटुनिया एक आकर्षक और लोकप्रिय फूल हैं जो अपने जीवंत और विविध रंगों के लिए जाने जाते हैं, जो उन्हें फूल प्रेमियों के बीच एक पसंदीदा विकल्प बनाता है। सोलानेसी (Solanaceae) परिवार से संबंधित ये वार्षिक या बारहमासी पौधे तुरही (trumpet) के आकार के फूल पैदा करते हैं जो नाजुक और आकर्षक रंग के होते हैं। विभिन्न प्रकार की जलवायु में उगने में सक्षम, पेटुनिया बगीचों, लटकती टोकरियों और गमलो में रंग और सुंदरता जोड़ता है। वे कम रखरखाव के साथ प्रचुर मात्रा में फूल पैदा कर सकते हैं, जिससे वे नौसिखिया और अनुभवी फूल उत्पादकों दोनों के लिए एक आदर्श विकल्प बन जाते हैं।

एक संक्षिप्त इतिहास

1. दक्षिण अमेरिकी मूल (18वीं शताब्दी के अंत में): पेटुनिया (Petunia spp.) दक्षिण अमेरिका, विशेष रूप से अर्जेंटीना और ब्राजील के कुछ हिस्सों के मूल निवासी। तुपी-गुआरानी जनजाति (Tupi-Guarani tribe) जैसे स्वदेशी लोग, इस रंगीन फूल की खेती करने वाले पहले व्यक्ति थे

2. यूरोपीय परिचय (19वीं सदी की शुरुआत): यूरोपीय वनस्पतिशास्त्री और खोजकर्ता 19वीं सदी की शुरुआत में दक्षिण अमेरिका की यात्रा के बाद पेटुनिया की आकर्षक उपस्थिति, रंगों और पैटर्न की विविधता से मोहित होकर पेटुनिया को यूरोप ले आए।

3. वानस्पतिक वर्गीकरण (19वीं शताब्दी के मध्य): पेटुनिया को औपचारिक रूप से वर्गीकृत किया गया और 1823 में फ्रांसीसी वनस्पतिशास्त्री एंटोनी लॉरेंट डी जुसीउ द्वारा नामित किया गया। "पेटुनिया" नाम फ्रांसीसी शब्द "पेटुन" "petun" से आया है जिसका अर्थ है "तंबाकू"। पेटुनिया तम्बाकू पौधे (निकोटियाना) से संबंधित है।

19वीं सदी के अंत में, बागवानों और प्रजनकों ने अपने सजावटी मूल्य के लिए पेटुनिया की खेती शुरू की। इन शुरुआती प्रयासों के परिणामस्वरूप पहली किस्में सामने आईं, जो मुख्य रूप से सुगंधित थीं और जिनमें आधुनिक पेटुनीया की तुलना में छोटे फूल थे।

20वीं शताब्दी के दौरान, पेटुनीया ने व्यापक प्रजनन और संकरण के प्रयास शुरू किए, जिसके परिणामस्वरूप ग्रैंडिफ़्लोरा, मल्टीफ़्लोरा और मिलिफ़्लोरा सहित किस्मों का विकास हुआ। इन नई किस्मों में बड़े फूल और अनोखे रंग थे

Petunia Plant Care in Pots in Hindi
Petunia Plant Care in Pots in Hindi

जाति

पेटुनीया विभिन्न प्रकार के रंगों और पैटर्न में आते हैं, जो उन्हें बगीचों, लटकती टोकरियों और गमलो के लिए एक लोकप्रिय विकल्प बनाते हैं। यहां विभिन्न प्रकार के पेटुनिया फूलों का वर्णन दिया गया है:

ग्रैंडिफ़्लोरा पेटुनिया, मल्टीफ़्लोरा पेटुनिया, मिलिफ़्लोरा पेटुनिया, वेव पेटुनिया, सर्फ़िनिया पेटुनिया, कैस्केडिंग पेटुनिया, डबल पेटुनिया, फ्रिली पेटुनिया, वेन्ड पेटुनिया, बाई-कलर्ड पेटुनिया, नाइट स्काई पेटुनिया, ब्लैक वेलवेट पेटुनिया, मिनिएचर पेटुनिया, पिकोटी पेटुनिया और भी बहुत कुछ। हैं, जो भिन्न-भिन्न रंग, आकार, आकृति के होते हैं।

पौधा रोपण 


जैसा कि हम जानते हैं कि बहुत से लोग अपने बगीचे या गमलो में पेटुनिया के पौधे लगाते हैं इसलिए आज हम इस पौधे को लगाने के बारे में कुछ जानकारी उपलब्ध करबायेंगे 

सबसे पहले, मिट्टी बनाते है

➽  मिट्टी - ५० %
➽  उर्वरक - ३० %
➽  नदी की रेत - १० %
➽  कॉकपिट - १० %
➽  हडडिचुरा  १५० ग्राम प्रति गमला 

Petunia Potting mix
Petunia potting mix 


किसी भी खेती योग्य मिट्टी को लिया जा सकता हे,  केंचुआ से बना उर्वरक सबसे अच्छा होता है, अगर आपको यह नहीं मिलता है, तो आप पत्ते से बना खाद या गोबरखाद का उपयोग भी कर सकते हैं
इन सबको अच्छे से मिलाएं - अब आपकी मिट्टी तैयार है
पौधे लगाने के लिए कम से कम १० इंच के गमले का उपयोग करना चाहिए, जब यह एक डेढ़ साल का हो जाता है, तब आप इसे १२ / १५  या उससे बड़े वाले गमले में प्रत्यारोपण कर सकते हैं
किसी भी पौधा लगाने के लिए हमेशा मिट्टी के गमले का उपयोग करना अच्छा होता है 
सबसे पहले गमले को लीजिये देखिये उनके निचे जो छेद हैं  उसपर एक टूटे हुए गमले का टुकड़ा रखने के बाद उसपर थोड़ासा रेत डालकर तभी उसपर मिटटी डालिये। इससे क्या होगा के आपके गमले से अत्यधिक पानी निकल जाता हैं और आपके पौधे स्यस्थ रहते हैं
अब पौधे को लगाकर उसपे थोड़ा पानी दाल दीजिये 
Petunia Plant Care in Pots in Hindi
Petunia Plant Care in Pots in Hindi

देखरेख 


इस पौधे को हमेशा धूप में रखना चाहिए

पेटुनिया के पौधे को कभी भी ज्यादा पानी न दें, क्योंकि जब पानी बहुत अधिक हो जाता है तो पेड़ की जड़ें सर जाती हैं, हालांकि जब पेड़ पर कई सारे फूल लगे हुए हो तब थोड़ा ज्यादा पानी की जरूरत होती है
बरसात के मौसम में थोड़ासा सतर्क रहने की जरुरत होता हे और अगर ज्यादा बारिश हो तो इसके पौधे समेत गमले को जमीनपर लेटाके भी रख सकते है
कुछ दिनों के अंतराल के बाद, गमले की मिट्टी को थोड़ा थोड़ा खोद दिया करे, क्योंकि मिट्टी खोखली होने से पौधे स्वस्थ रहते है
१० / १५ दिन के अंतराल में थोड़ीसी सरसो की खली को २ / ३ दिन पानी में भिगोके उसका कारा देनी चाहिए 
पेटुनिया पूर्ण सूर्य में उगते हैं, जिसका अर्थ है कि उन्हें प्रति दिन कम से कम 6-8 घंटे सीधी धूप की आवश्यकता होती है। हालाँकि आप उन्हें विशेष रूप से गर्म मौसम में हल्की छाया में रख सकते हैं।

रोग और उसका इलाज


सामान्य कीट: एफिड्स, स्लग और बडवर्म से सावधान रहें। उचित कीटनाशकों या प्राकृतिक उपचारों से संक्रमण का तुरंत इलाज करें।

प्राकृतिक समाधान: कीटों को नियंत्रित करने के लिए नीम के तेल या कीटनाशक साबुन जैसे प्राकृतिक उपचारों का उपयोग करने पर विचार करें। बीमारी के लिए, प्रभावित पौधे के हिस्सों को काट दें और ऊपर से पानी देने से बचें। पौधे को स्वस्थ रखने, अधिक फूल आने की संभावना बढ़ाने और फंगल रोगों से बचने के लिए हमेशा सूखे फूलों को हटा दें।

सहयोगी पौधे: पेटुनीया अन्य पौधों के साथ जोड़े जाने पर आश्चर्यजनक लगते हैं जो पूर्ण सूर्य में उगते हैं, जैसे कि मैरीगोल्ड्स, वारबेना, या लोबेलियास।
Petunia Plant Care in Pots in Hindi
Petunia Plant Care in Pots in Hindi


अंत में 


किसी किसी को फूलो के पौधे में कुछ समय के बाद फूल होना कॉम हो जाते है या पूरा ही बंद हो जाता है 
इसका कारन मुझे लगता हैं के कैमिकल फर्टिलाइजर का नियमित इस्तेमाल करना  ?
शुरू शुरू में तो परिणाम अच्छा मिलता है लेकिन कुछ समय के बाद गमले के मिटटी को ख़राब कर देते है 
मैंने खुद इसका अनुभब किया है 
कैमिकल फर्टिलाइजर का नियमित इस्तेमाल से मिटटी सूखा और सख्त हो जाता है जिससे पौधे की जर फेल नहीं पाते , पानी सोखने की ताकत भी काम हो जाते है 
इसीलिए मैं न तो कैमिकल फर्टिलाइजर का इस्तेमाल करता हूँ न ही किसीको इसकी सलाह देता हूँ 
में हमेशा जैविक खाद का ही इस्तेमाल करता हूँ 

मन पसंद रेसिपी के बारे में जानने के लिए इस ब्लॉग पर जाये Tasty with Healthy

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धन्यबाद 

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